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Monday, February 25, 2019

इमरान खान ने पीएम मोदी से लगाई शांति की गुहार


पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आत्मघाती आतंकी हमले के बाद भारत के सख्त रुख से पाकिस्तान सहम हुआ है और केंद्र सरकार से शांति लाने का मौका देने का दरख्वास्त कर रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी से शांति लाने को एक मौका देने की बात कही और उन्हें यकीन दिलाया कि वह अपनी जुबान पर कायम रहेंगे और अगर भारत पुलवामा हमले पर पाकिस्तान को कार्यवाही योग्य खुफिया जानकारी उपलब्ध कराता है तो इस पर तत्काल कार्यवाही की जाएगी।  
 
Imran Khan invites peace from PM Modi
इमरान खान की यह टिप्पणी राजस्थान के टोंक जिले में मोदी की उस रैली के बाद आयी है जिसमें उन्होंने कहा था, ‘आतंकवाद के खिलाफ पूरी दुनिया में आम सहमति है। आतंकवाद के दोषियों को दंडित करने के लिए हम मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं। इस बार हिसाब होगा और बराबर होगा। यह बदला हुआ भारत है, इस दर्द को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम जानते हैं आतंकवाद को कैसे कुचलना है।’

पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद खान को बधाई देने के लिए फोन पर उनके साथ हुई अपनी बातचीत को याद करते हुए मोदी ने कहा कि मैंने उनसे कहा, ‘आइए गरीबी और अशिक्षा के खिलाफ लड़ाई लड़ें। इस पर खान ने कहा था कि मोदीजी मैं पठान का बच्चा हूं, सच्चा बोलता हूं, सच्चा करता हूं। आज उनके शब्दों को कसौटी पर तौलने का वक्त है।’

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान के अनुसार, ‘प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी जुबान पर कायम हैं कि अगर भारत कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी देता है तो हमलोग तत्काल कार्रवाई करेंगे।’ इमरान ने बयान में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को ‘शांति को एक मौका’ देना चाहिए।

इससे पहले 19 फरवरी को इमरान ने भारत को आश्वस्त किया था कि वह पुलवामा हमले के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जिसे पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन ने अंजाम दिया था। इमरान ने कहा कि अगर भारत ‘कार्रवाई के योग्य खुफिया जानकारी’ साझा करता है तो पाकिस्तान जरूर कार्रवाई करेगा। हालांकि उन्होंने ‘बदले की भावना’ से कोई जवाबी कार्रवाई शुरू करने के खिलाफ भारत को चुनौती दी। बहरहाल भारत ने कहा कि हमले की जांच को लेकर खान की पेशकश बहाना है।

Tuesday, February 19, 2019

धारा 370 को लेकर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुई घटना के बाद पूरे देश में तनाव तथा गुस्से का माहौल है। लोगों की मांग है कि जल्दी से जल्दी पाकिस्तान को सबक सिखाया जाए। फिलहाल इस बारे में सरकार ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए सख्त कदम उठा लिए हैं। इसके बाद भी कश्मीर से धारा 370 हटाने की मांग भी की जा रही है। इसी को लेकर सुप्रीम कोर्ट से एक बड़ी खबर आई है।
Supreme Court's decision on Article 370

क्या है धारा 370

धारा 370 कश्मीर को एक विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करती है। इसके साथ ही इस राज्य पर भारत सरकार का पूर्ण नियंत्रण नहीं होता है। साथ ही साथ भारत के अन्य राज्य का कोई नागरिक जम्मू कश्मीर में स्थाई निवास नहीं बना सकता। ना ही कोई प्रोपर्टी खरीद सकता है।
जानकारी के लिए बता दें समय-समय पर कश्मीर से धारा 370 हटाने की मांग उठती रही है। फिलहाल ऐसे समय में अगर धारा 370 हटा दी गई तो यह सरकार की तरफ से देशवासियों को बहुत बड़ा तोहफा हो सकता है।

सुप्रीम कोर्ट का धारा 370 को लेकर बड़ा फैसला

दरअसल सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई तथा न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की पीठ ने कश्मीर से धारा 370 की वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर शीघ्र सुनवाई करने की बात कही। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने आगे यह भी बताया कि अधिवक्ता और भाजपा नेता अश्विनी कुमार के अनुरोध का संज्ञान लिया जा चुका है। उनकी याचिका अत्यधिक राष्ट्रीय महत्व की है और इसे शीघ्र सूचीबद्ध करने की आवश्यकता है।

Wednesday, February 13, 2019

रिसर्च सेंटर की लैबोरेट्री में लगी आग में करोड़ों का सामान खाक


झुंझुनूं: शिक्षा नगरी पिलानी में स्थित भारत सरकार के रिसर्च सेंटर, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान (CEERI) में आग लगने से हडक़ंप मच गया। लैबोरेट्री में करीब एक घंटे की आग ने सीरी को करीब 20 करोड़ रुपए के नुकसान के नीचे भी दबा दिया। 

वहीं एक वैज्ञानिक और एक ट्रेनी भी आग की चपेट में आने से घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक मंगलवार को रोज की तरह सीरी कैंपस में स्थित माइक्रो इलेक्ट्रो मेक्निकल सिस्टम की लैबोरेट्री में रिसर्च का काम चल रहा था। 

रिसर्च सेंटर की लैबोरेट्री में लगी आग में करोड़ों का सामान खाक

इसी रिसर्च के काम में वैज्ञानिक रंजन मौर्य तथा ट्रेनी गौरव लगे हुए थे कि अचानक अज्ञात कारणों से आग लग गई और अफरा तफरी मच गई। दोनों घायलों को पहले तो पिलानी के बिरला अस्पताल में ले जाया गया। जहां से एक की हालत गंभीर होने पर उसे जयपुर रैफर किया गया। वहीं घटना के बाद चिड़ावा डीएसपी प्रतापमल केडिया भी मौके पर पहुंचे और मौका मुआयना किया। 

आग पर काबू पाने के लिए ना केवल पिलानी, बल्कि चिड़ावा से भी फायर ब्रिगेड मंगवाई गई। घटना के बाद सीरी के कार्यवाहक निदेशक डॉ. जमील अख्तर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि घटना में कितना नुकसान हुआ है और वास्तविक कारण क्या थे? इसकी जांच के लिए कमेटी का गठन किया जा रहा है। इधर, माना जा रहा है शुरुआती तौर पर करीब 20 करोड़ रुपए का नुकसान आका गया है। 

नुकसान का आंकड़ा बढऩे की संभावना भी जताई जा रही है। क्योंकि इसी लैब के पास और नीचे भी महत्वपूर्ण लेबोरेट्रीज थी। यदि आग उन तक पहुंच जाती तो ना केवल आग पर काबू पाना मुश्किल हो जाता। बल्कि नुकसान भी काफी बढ़ जाता। शुरुआती तौर पर केमिकल से ही आग लगने के कारण सामने आ रहे है। लेकिन असली कारण जांच से ही सामने आएंगे।
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