राजस्थान में मावठ के साथ हुई ओलावृष्टी - InspectSpot Media

Saturday, December 14, 2019

राजस्थान में मावठ के साथ हुई ओलावृष्टी

राजस्थान में मावठ के साथ हुई ओलावृष्टी

राजस्थान में मावठ के साथ हुई ओलावृष्टी
राजस्थान में मावठ शुरू, कुछ जिलों में बारिस के साथ हुई ओलावृष्टी किसानों का हुआ बड़ा नुकसान, सर्दी का कहर बढ़ा।

राजस्थान: पिछले कुछ दिनों में अचानक से तापमान घटने की वजह से सर्दी में बढ़ोतरी के साथ साथ शीत लहर भी शुरू हो गई है। प्रदेश में बुधवार को मौसम ने रुख बदला। सुबह से बादल छाए रहे और और ठण्डी ठण्डी हवाएँ चलती रही फिर शाम को बूंदाबांदी शुरू हो गई। प्रदेश में अचानक से बदले मौसम ने फिर सर्दी का अहसास करा दिया। 

पिछले हप्ते मौसम विभाग ने प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान दर्ज किया था,  पर्वतीय पर्यटक स्थल माउंट आबू में 11.4 डिग्री सेल्सियस, श्रीगंगानगर में न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस, पिलानी-झुंझुनू में 9.8 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 8 डिग्री सेल्सियस, सीकर में 13.5 डिग्री सेल्सियस, जयपुर में 17 डिग्री सेल्सियस, शुष्क प्रदेश बाड़मेर में 16.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था। तापमान में गिरावट के कारण राजस्थान के अधिकतर भाग में मावठ हुई।

चुरू के कुछ इलाकें में भी आज तेज बारिश के साथ जमकर ओले गिरे। शाम करीब एक घंटे बाद जब बारिश थमी तो नजारा बर्फ की चदर ओढ़े किसी हिल स्टेशन जैसे था। चुरू में एक से दो सेमी आकार के ओले गिरे यहां पर  खेत खलिहान में, सड़क पर और घरों की छतो पर ओलों से सफ़ेद चदर बन गई। शहरी लोगों के लिए तो ये नजारा दिल खुश करने वाला रहा होगा लेकिन किसानों के लिए यह ओलावृष्टी काफी नुकसान वाली रही। बड़े पैमाने पर फसल और सब्जी में इस ओलावृष्टी हानि पहुंची है।

चुरू में शाम करीब 1 घंटे तक तेज़ बारिश के साथ ओले बरसे। जिसके करण गेहूं, चना, सरसों की खेती काफी प्रभावित हुई है। बारिश और ओलावृष्टी से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। अचानक से ठंड बढ़ने लगी है।

अभी कोहरे से निजात मिली ही थी की आज इन्द्र देव फिर महरबान हो गये। मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान के कुछ हिस्सों में कल भी घने बादल छायें रहेंगे और हल्की बारिस होने की भी संभावना है।

अजमेर में आज का अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जब की कल का अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। अब दिन प्रतिदिन जनवरी में तापमान में गिरावट ही दर्ज की जाएगी।

आम जन के लिए मावठ सर्दी का अहसास करा सकती है पर किसानों के लिए तो मावठ अमृत समान होती है। मौसम के बदले रुख को देख कर लगता है की जल्द ही राज्य में मावठ पैर पसारने वाली है।

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