देश
के सवर्ण वर्ग के गरीबों को सरकार द्वारा शिक्षा व सरकारी नौकरियों में 10
फीसदी आरक्षण मिलने के बाद भारतीय रेलवे पहला ऐसा
सरकारी विभाग बनने जा रहे है जो जनरल वर्ग के गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण के तहत नौकरी उपलब्ध
करवाएगा।
इसकी
जानकारी देते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे सामान्य वर्ग के
गरीबों के लिए 2 सालों
में 23 हजार नौकरियों को आरक्षित
करेगी। उन्होंने कहा कि यह वर्तमान में एससी एसटी जैसे दूसरे वर्गों के लिए उपलब्ध आरक्षण को
प्रभावित नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे अगले छह महीनों में 1
लाख 31 हजार और अगले दो सालों में करीब 1 लाख कर्मचारियों की भर्ती करेगा। रेलवे
में 2 लाख 82 हजार से ज्यादा पद खाली हैं।
उन्होंने
कहा, "1.50 लाख लोगों की भर्ती की प्रक्रिया बहुत
आगे बढ़ चुकी है। करीब 2 से
ढाई महीने में प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इसके अलावा करीब 2.25-2.50
लाख लोगों को रोजगार देने का काम भी जल्द शुरू हो
जाएगा।" उन्होंने कहा कि रिटायर होने वाले स्टाफ
के बदले अडवांस
में भर्ती की जाएगी। हमारा मकसद अगले 2 सालों में 4 लाख
नौकरियां उपलब्ध
करवाना है। गोयल ने कहा कि हम भर्ती के लिए पहले की प्लान कर रहे हैं इस वजह से रेलवे
में कोई भी पद खाली नहीं रहेगा।
आपको
बता दें कि सरकार द्वारा सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को 10
फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। यह आरक्षण केंद्र और
राज्य सरकारों की नौकरियों और उच्चतर शिक्षा संस्थानों में प्राप्त होगा।
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